नगर पालिका चेयरमैन रमेश सेमवाल ने कार्यकाल के अंतिम दिन नगरवासियों को दी 2 सिटी बसों की सौगात, सीनियर सिटीजन के लिये निःशुल्क, स्टूडेंट के लिये आधा किराया

 

निकायों का 5 साल का कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। इस बीच कार्यकाल के अंतिम दिन नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट,उत्तरकाशी के अध्यक्ष रमेश सेमवाल ने नगरवासियों को दो सिटी बस का तोहफा दिया। इन सिटी बसों से मातली-उत्तरकाशी, गंगोरी-उत्तरकाशी, विकास भवन आदि स्थानों को निकलने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। इन सिटी बसों में अध्यक्ष नगर पालिका ने सीनियर सिटीजन के लिये निःशुल्क व स्टूडेंट्स के लिये आधा किराया लिये जाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नगरवासियों व समीपवर्ती कस्बों आदि की सुविधा के लिये सिटी बस को उतारा गया है।
इससे पूर्व दो सिटी बसों की रवानगी का उदघाटन पालिकाध्यक्ष ने स्थानीय देव-डोली के सानिध्य व आशीर्वाद से कराया। सिटी बस को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर सीनियर सिटीजन तेजेन्द्र सिंह बिष्ट के अलावा प्रेम सिंह पंवार,नत्थी सिंह रावत,लोकेंद्र बिष्ट,गुड्डू पंवार,देवराज बिष्ट,बुद्धि सिंह,देवेंद्र चौहान, गिरवीर परमार,सुनील मौर्य, अजीत गुंसाई,खुशी समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
उधर सिटी बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद इस कार्यक्रम में आये तमाम लोगों ने पालिकाध्यक्ष के इस कार्य की सराहना की। इसके अलावा रामलीला मैदान में पिछले वर्ष लगाई घास को लेकर भी श्री सेमवाल की सराहना की।
इधर उक्त कार्यक्रम में आये लोगों के मध्य पालिकाध्यक्ष श्री सेमवाल ने कहा कि कार्यकाल पालिका में रहते पूर्ण हुआ है मगर नगर की जो भी समस्या होगी उसके निदान के लिये वे जनता के बीच रहेंगे और संघर्षरत रहेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकाल के दौरान कूड़े की समस्या और उसके निदान को लेकर कई अड़चने आई फलस्वरूप कुछ न कुछ हल निकला। उन्होंने कहा कि कूड़ा अकेले पालिका के भरोसे और उसका निदान सम्भव नही जब तक कि सरकार, प्रशासन,आम जन इसमें सहयोग नही करेंगे। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि रामलीला मैदान के सौंदर्यीकरण को लेकर उन्होंने जो वादा किया था उसे निभाया। खेल के लायक मैदान बनाया। खेल का आयोजन कर नगर के पुराने और उम्रदराज खिलाड़ियों को आमंत्रित कर एक संदेश देने की कोशिश की कि यह मैदान पब्लिक की विभिन्न गतिविधियों के लिये है। लेकिन मैदान की मजबूरी भी है जिसे बनाये रखने में कई अड़चने भी है। नगर में पार्किंग, बस अड्डा नहीं है। मैदान पार्किग की जरूरत बन जाता है। उन्होंने कहा कि जब तक 300 से अधिक बड़े वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था नही होगी तब तक मैदान को सुरक्षित रख पाना असंभव है।
पालिकाध्यक्ष ने कहा कि 5 साल के कार्यकाल में 2 वर्ष कोरोना लॉक डाउन से भी कार्य प्रभावित रहा। कार्यकाल के दौरान उन्होंने पालिका टैक्स आदि में कुछ बढ़ोतरी कर पालिका की आय बढ़ाने की कोशिश की ताकि पालिका के संसाधन बढ़े। कम बजट के बावजूद पालिका के सभी वार्डों में सभासदों के सहयोग से अधिकांश कार्य कराए गए। पिछले बोर्डों में स्वीकृत कार्यों की देनदारी भी की गई।
पालिकाध्यक्ष ने यह भी कहा कि 5 साल में पालिका में सभासद और उनके दरमियान बेहतर तालमेल रहा। कभी कहीं कोई नाराजगी नहीं रही। 5 साल बेहतर तालमेल में कब निकल गए पता नहीं चला।

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