पौडी जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद इस व्यक्ति ने खुद भी आत्म हत्या का प्रयास किया जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दर्दनाक घटना के बाद मृतका के परिजनों में कोहराम मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार पौडी जिले के रिखणीखाल थाना क्षेत्र के धामधार गाँव निवासी मनोज रावत पुत्र केसर सिंह उम्र 40 वर्ष अपनी पत्नी शशि पुत्री सतपाल सिंह रावत, निवासी कुमाल्डी, रिखणीखाल उम्र 30 वर्ष के साथ कोटद्वार में जल निगम स्टोर के पास किराए के मकान में रह रहा था। बीती रात दोनों के बीच कहासुनी हुई बताते हैं। जिसके बाद देर रात मनोज ने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और अपनी जान देने के लिए चाकू से गला व दोनों हाथों की नस काट ली।
घटना की जानकारी मिलते ही दोनों पति-पत्नी मनोज और शशि को बेस अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सक ने शशि को मृत घोषित कर दिया।
। वहीं मनोज को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। तहसीलदार साक्षी उपाध्याय ने अस्पताल पहुंचकर घायल मनोज रावत के बयान दर्ज किए है। बताया जा रहा है कि मनोज ने तनाव में इस घटना को अंजाम दिया। वह पुलिस, अस्पताल कर्मियों और परिजनों से बार-बार पत्नी के बारे में पूछता रहा। हरियाणा पुलिस में उपनिरीक्षक पद से वर्ष 2023 में सेवानिवृत हुए मृतका शशि के पिता सतपाल सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 2013 में पुत्री की शादी मनोज रावत से की थी। तब मनोज होटल मैनेजमेंट से जुड़ी जॉब करता था। कुछ दिन सब कुछ ठीक-ठाक चलने के बाद वह शशि को परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह ने बताया कि उनके दो बच्चे होने के बाद परिवार को संभालने के लिए आर्थिक और मानसिक रूप से समय-समय पर मदद करता रहा। यहां तक कि कोरोनाकाल के बाद लाखों रुपये खर्च कर दामाद मनोज को होटल के क्षेत्र में नौकरी करने के लिए जर्मनी भी भेजा था। जहां से वह 6 महीने बाद ही वापस लौट आया और तब से वह पत्नी शशि को ज्यादा परेशान करने लगा था। सतपाल सिंह का कहना है कि कल बुधवार को ही वह घर की जरूरत का सामान पुत्री व दामाद को दिलाकर वापस घर लौटे थे और रात ही दामाद मनोज ने पुत्री शशि को मार डाला। मनोज-शशि के 7 और 9 साल के दो बच्चे हैं।
