पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समलौण अभियान के तहत पीएम श्री कमलाराम नौटियाल राजकीय आदर्श इण्टर कॉलेज धौंतरी में सैकड़ों विभिन्न प्रजातियों के औषधीय, आलंकारिक व फलदार पौधे जिसमें रूद्राक्ष, पारिजात, गुड़हल, पीपल, विल्वपत्र, शमी, अमरूद, माल्टा तुलसी, पूलम, आडू़, मोरपंखी, गेंदा, आंवला बोटल ब्रश, अनार, एरोकैरिया, अर्जुन, रोजमेरी, अश्वगंधा, सर्पगंधा, छुईमुई, स्टीबिया, लक्ष्मी कमल, कैक्टस, पिपरमेंट, घृतकुमारी व कपूर के रोपित किए गये। इस अवसर पर वाटिका के सरक्षण का संकल्प भी लिया गया। समलौंण अभियान के सलाहकार शिक्षक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के 13 जनपदों में समलौण वाटिका की स्थापना की जा रही है जिससे विश्वविद्यालयों, कालेजों व स्कूल के छात्र छात्राओं को जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किए जाने के उद्देश्य से समलौण अभियान को बल मिलेगा व छात्र-छात्राओं में को इको संस्कृति से जोड़ा जाएगा। पीएमश्री कमलाराम नौटियाल जीएमआईसी के प्रधानाचार्य शांति प्रसाद नौटियाल ने कहा कि समलौण अभियान के तहत पेड़-पौधों के संरक्षण के लिए भावनात्मक संबंध पैदा करना बहुत ही सराहनीय प्रयास है। सभी छात्र छात्राओं को जहां इस वाटिका में अपने जन्म दिवस व त्यौहारों पर पौधरोपण का अवसर मिलेगा वहीं विज्ञान गतिविधियों में प्रयोगात्मक क्रियाकलापों को पूरा करने में वाटिका में उपलब्ध वनस्पतियों का उपयोग छात्रों को सहायता करेगा। समलौण संस्था के संस्थापक वीरेन्द्र दत्त गोदियाल ने समलौंण आंदोलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में समलौण संस्था के अध्यक्ष मनोज रौथाण, सचिव नरेंद्र सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष नत्थीराम नौडियाल, वरिष्ठ सदस्य मुकेश नौडियाल,विद्यालय के शिक्षक व छात्र- छात्राएं आदि उपस्थित थे।