डीएम अभिषेक रूहेला ने नवनियुक्त प्रशिक्षु राजस्व उपनिरीक्षकों (पटवारियों) के एक वर्ष के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि राजस्व उप निरीक्षक गांवों के स्तर तक प्रशासनिक एवं राजस्व सेवाओं की बुनियाद हैं, जिनका कार्य बहुआयामी और चुनौतीपूर्ण है। लिहाजा प्रशिक्षुओं को निचले स्तर तक प्रशासनिक सेवाओं की बेहतर डिलीवरी देने और सकारात्मक बदलाव का वाहक बनने के लिए तत्पर रहते हुए प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित ज्ञान और अनुभव से अपने को लैस करना होगा। उन्होंने कहा कि अनुशासन, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा अच्छे लोकसेवक के बुनियादी गुण हैं, इन्हें आत्मसात कर प्रशिक्षु भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करें। डीएम ने कहा कि प्रशिक्षु पटवारियों को जिला स्तर पर पहली बार प्रशिक्षण दिया जा रहा है लिहाजा राजस्व विभाग के अधिकारी तय पाठ्यक्रम से संबंधित गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करें। प्रशिक्षुओं को अन्य विभागों व संगठनों में भी व्यावाहारिक प्रशिक्षण के मूल्यांकन के लिए भेजा जाय।
इस मौके पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह ने कहा कि जिले के लिए चयनित साठ प्रशिक्षुओं को पहले चरण में तीन माह का व्यावहारिक प्रशिक्षण जिला स्तर पर दिया जाएगा। इसी सिलसिले में सबसे पहले पच्चीस दिनों के लिए प्रशिक्षुओं को कलक्ट्रेट व तहसीलों के विभिन्न पटलों के कार्य से संबंधित जानकारी दी जाएगी। व्यावहारिक प्रशिक्षण पूरा होने के बाद आगामी फरवरी माह से सैद्धाान्तिक प्रशिक्षण शुरू होगा। उन्होंने प्रशिक्षुओं से अनुशासित रहकर गंभीरता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने की अपेक्षा की। प्रशिक्षुओं को उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। इस मौके पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल भी उपस्थित रहे।