सीमावर्ती इलाके में थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना के जवानों के मध्य दीपावली मनायी। उन्होंने कहा कि सीमांत इलाकों मे रह रहे लोग सीमाओ के अवतनिक प्रहरी हैं और उनकी देश भक्ति की भावना अनुकरणीय है।
गौरतलब है कि जनरल द्विवेदी चार दिनों से सीमा क्षेत्र के दौरे पर हैं, जहां पर वे सेना के जवान और उनके आश्रितों से मुलाकात कर रहे हैं। थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा और सीमांत इलाकों के विकास के मोर्चों पर भारतीय सेना प्रतिबद्ध है। चीन-नेपाल सीमा लगा कुमाऊं क्षेत्र सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
थल सेना प्रमुख ने जवानों के अनुशासन, पेशेवर दक्षता और कठिन परिस्थितियों में कार्य करने की क्षमता की सराहना करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दी। सेनाध्यक्ष ने ज्योलिंगकोंग (आदि कैलास) व आसपास की अग्रिम चौकियों का दौरा किया। उन्होंने दुर्गम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैन्य टुकड़ियों से परिचालन योजनाओं, उन्नत निगरानी प्रणाली, विशेष गतिशीलता प्लेटफार्म, नई प्रौद्योगिकियों के समेकन और मित्र सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय गतिविधियों की समीक्षा की।
सीमा के इन इलाकों में तैनात जवानों से संवाद कर उन्होंने जवानों के साहस, जज्बे और सेवा परमो धर्मः की भावना को सराहा। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ज्योलिंगकोंग (आदि कैलास) व आसपास की अग्रिम चौकियों का दौरा किया। उन्होंने कुमाऊं रेजिमेंट की गौरवशाली परंपराओं की सराहना कर कहा कहा कि यहां की जनता की देशभक्ति और धैर्य की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।