मध्यप्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइज़री के बाद प्रदेश भर में कफ सिरप को लेकर छापेमारी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार अब तक जहाँ 148 नमूने जांच के लिये भेजे जा चुके हैं वहीं मेडिकल स्टोरों में कफ सिरप की पेटियाँ सील की गई हैं। इधर जांच को लेकर देहरादून में 11, कोटद्वार में 3, हल्द्वानी में 3, अल्मोड़ा में 4, रुद्रप्रयाग में 4 और उत्तरकाशी में भी 4 नमूने लिए गए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा है कि राज्यभर में एफडीए की टीमें सक्रिय हैं। जिन सिरपों को जांच के लिए भेजा गया है, उनकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी जिलों में मेडिकल स्टोरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध बैच नंबर की औषधियां तुरंत हटाई जाएं।
अपर आयुक्त और ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा एफडीए का अभियान निरंतर जारी रहेगा। पिछले चार दिनों में 27 नमूने जांच हेतु लिए जा चुके हैं और कई प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किए गए हैं। विभाग की टीमें दिन-रात फील्ड में सक्रिय हैं। हमारा लक्ष्य है कि किसी भी असुरक्षित औषधि को बाजार से पूरी तरह समाप्त किया जाए।
इस बीच आज देहरादून जिले में भी मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया गया है। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून श्रीमती सीमा डुँगराकोटी द्वारा ड्रग विभाग के साथ जनपद देहरादून में विभिन्न मेडिकल स्टोरों का संयुक्त निरीक्षण किया गया, जिसमें मनेन्द्र सिंह राणा औषधि निरीक्षक, ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विनोद जगुडी एवं निधि रतूडी, औषधि निरीक्षक शामिल रहें।
निरीक्षण के दौरान कई मेडिकल स्टोरों में कफ सिरप की पेटियों को सील किया गया। विशेष रूप से बैन हो चुकी कफ सिरप Phenylephrine Hydrochloride, Chlorpheniramine Maleate & Dextromethorphan Hydrobromide की जांच की गयी।
