उत्तरकाशी नगर पालिका परिषद की नई बसें यहाँ रामलीला मैदान में धूल फांक रही हैं। निकाय अब प्रशासन के हाथ मे है बावजूद इसके बसें सड़क पर नहीं उतर पाई हैं। गौरतलब है कि इन बसों को हरी झंडी दिखाए आज 18 दिन हो गए हैं। निवर्तमान बोर्ड ने अपने कार्यकाल पूर्ण होने के अंतिम समय मे इन बसों को लाया गया था। ये सिटी बसें हैं। जिनकी संख्या दो है। 50 लाख के करीब इनकी कीमत बताई जा रही है। याद रहे कि करीब 10 साल पूर्व के पालिका बोर्ड में भी नगर के लिये 2 सिटी बस चलाई गई थी। जिनमे बाद में उनके मेंटेनेन्स,तेल आदि को लेकर अनियमितता के सवाल भी उठे थे। संभवतः अनियमितता के चलते वे बसें बाद में चलने लायक नहीं रही।
इस बीच निवर्तमान पालिका बोर्ड द्वारा नागरिकों को सुविधा देने के वास्ते दो नई बसें जेम पोर्टल के माध्यम से मंगाई गई। बसों के आने और हरी झंडी दिखाने के बाद निवर्तमान पालिका बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो गया। अब पालिका प्रशासन के हाथ मे है। मगर बसें नहीं चल पा रही है। आंखिर माजरा क्या है और दिक्कत कहाँ है इसे बताने को लेकर जब पालिका से कुछ दिन पूर्व जानकारी ली तो तब अभी परमिट जारी न होने का हवाला दिया गया। उधर परमिट जारी होने में इतनी लेट-लतीफ जबकि पालिका प्रशासन के हाथ मे है गले नहीं उतरती। अब जब 18 दिन बाद भी उक्त बसों के न चलने और देरी की वजह नगर पालिका के ईओ शिव कुमार चौहान से जाननी चाही तो उन्होंने बताया कि अभी प्रोसेस चल रहा है। यह पूछने पर की इस प्रोसेस में क्या कुछ है जिससे इतनी लेट-लतीफी हो रही है जवाब में उन्होंने कुछ नही बताया।