दोनों हाथों से 80% दिव्यांग महिला अंजोना मलिक अपनी रेलवे पास एवं रोडवेज बस पास की फरियाद लेकर डीएम सविन बंसल के पास पहुंची। डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी को रेलवे पास नवीनीकरण कराने के निर्देश दिए। दिव्यांग अंजना ने डीएम को बताया कि उनका रोडवेज बस पास सितंबर 2025 तक वैध है बावजूद उससे रोडवेज बस पर किराया लिया जा रहा है। जिस पर डीएम ने सहायक महाप्रबन्धक परिवहन से इस प्रकरण पर 3 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है।
दिव्यांग श्रीमती अंजोना मलिक 301 बंगाली बस्ती, मायाकुण्ड, ऋषिकेश, देहरादून जो दोनों हाथों से 80 प्रतिशत दिव्यांग है के द्वारा अवगत कराया गया है कि यू०डी०आई०डी कार्ड होने के बाद भी उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने पर उनसे किराया वसूला जाता है।
उधर जिला प्रशासन द्वारा महाप्रबंधक, संचालन उत्तराखंड परिवहन निगम, देहरादून को उक्त प्रकरण के विषय में पत्र प्रेषित कर अवगत कराया कि 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता से ग्रसित दिव्यांगजनों को उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा का प्राविधान है।
इधर जिला प्रशासन के पत्र के क्रम में महाप्रबंधक, संचालन उत्तराखंड परिवहन निगम, द्वारा सहायक महाप्रबंधक, उत्तराखंड परिवहन निगम, देहरादून डिपो को निर्देश दिए गए हैं कि प्रकरण में जांच करते हुए आवश्यक कार्यवाही करें साथ ही निगम मुख्यालय द्वारा पूर्व में जारी सर्कुलर से पुनः समस्त परिचालकों को अवगत कराते हुए कार्यवाही की सूचना 3 दिवस के भीतर निगम मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे।