डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्मित तांबाखाणी सुरंग और बड़ेथी ओपन टनल को सीमा सड़क संगठन को हस्तांतरित करने के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त करने की कारवाई को तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर राड़ी टॉप क्षेत्र की सड़क को एनएच डिवीजन को हस्तांतरित करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। डीएम ने कुछ समय पूर्व
वरूणावत भूस्खलन के उपचार कार्यों के तहत तांबाखाणी सुरंग को सीमा सड़क संगठन को हस्तांतरित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर शासन द्वारा संबंधित विभागों और सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
इस सिलसिले में आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर तांबाखाणी टनल की देखरेख और अनुरक्षण का जिम्मा सीमा सड़क संगठन को सौंपा जाना आवश्यक है। उन्होंने सिंचाई विभाग को सुरंग से संबंधित दस्तावेज सीमा सड़क संगठन को सौंपने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे इस मामले में तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित करें। डीएम ने कहा कि ज्ञानसू और बड़ेथी के मध्य गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन से सुरक्षा हेतु एनएचआईडीसीएल द्वारा निर्मित ओपन टनल को भी समुचित संचालन और अनुरक्षण के लिए सीमा सड़क संगठन को हस्तांतरित किया जाना चाहिए। इसके लिए अपर जिलाधिकारी को एनएचआईडीसीएल से प्रस्ताव प्राप्त कर बीआरओ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पोलगांव से सिलक्यारा तक राड़ी टॉप क्षेत्र की सड़क को एनएचआईडीसीएल से हटाकर लोनिवि के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए। डीएम ने कहा कि सचिव लोक निर्माण विभाग द्वारा भी पूर्व में इस संबंध में निर्देश दिए गए थे। बैठक में अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, सीमा सड़क संगठन के कमांडर विवेक श्रीवास्तव, उप प्रभागीय वनाधिकारी मयंक गर्ग तथा एनएच, सिंचाई आदि विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।