उत्तराखंड राज्य के हिमालय क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी राज्य का पहला चिकित्सालय बन गया है, जहां पर 4.35 लाख रुपए की लागत से नवजात शिशु तथा गर्भवती महिलाओं के लिए दो वार्ड वातानुकूलित बनकर तैयार हो गए है। 15 मार्च को दोनों वार्ड सीमांत तहसील के नवजात शिशु तथा गर्भवती महिलाओं को समर्पित कर दिया जाएगा।
चीन सीमा से लगा विकासखंड मुनस्यारी का यह क्षेत्र अत्यधिक ठंडा रहने वाले क्षेत्र के अंतर्गत आता है। जाड़ों में तो यहां का मौसम शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रहता है। इस क्षेत्र में जून के तपिश के दौरान भी ठंड का एहसास होता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात शिशुओं तथा गर्भवती महिलाओं को ठंड के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अत्यधिक ठंड के कारण नवजात शिशु निमोनिया के शिकार हो जाते है।
इस परेशानी को देखते हुए जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिला योजना के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के दो वार्डो को वातानुकूलित करने का प्रस्ताव रखा। मर्तोलिया का यह प्रस्ताव जिला योजना समिति को भाया और उसने 4.35 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत कर दी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुंदन कुमार ने बताया कि 15 मार्च को दोनों वार्डों को क्षेत्र के नवजात शिशुओं तथा महिलाओं को उदघाटन करने के बाद समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड का यह पहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है जहाँ नवजात गर्म हवाओं में पैदा होगा और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में गर्म हवाओं के बीच रहने का अवसर प्राप्त होगा।