हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुए बवाल में बिहार के प्रकाश का शव बनभूलपुरा हिंसा प्रभावित इलाके में मिला था लिहाजा प्रकाश की मौत को हिंसा से जोड़कर देखा गया।मगर यहाँ हिंसा के एक हफ्ते बाद मामला कुछ और निकला है। और इस मामले में जो कुछ उजागर हुआ है वह है बिहार के प्रकाश की मौत दंगे में नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई थी और उसकी हत्या में पुलिस का एक जवान समेत अन्य तीन लोग शामिल थे। गौरतलब है कि इस पूरे मामले का आज एसएसपी नैनीताल ने खुलासा किया।
हत्या की जो वजह सामने आई है उसके मुताबिक प्रकाश का पुलिस के जवान की पत्नी के साथ अवैध संबंध था जिससे वह ब्लैकमेल कर रहा था और पैसे की डिमांड भी कर रहा था, ऐसे में पुलिस के जवान ने दंगे की आड़ में प्रकाश को ठिकाने लगा दिया और उसके शव को हिंसा प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा में लाकर छोड़ दिया।
प्रकाश को अवैध असलहे से गोली मारी गई थी। बताया जा रहा है कि मृतक प्रकाश दंगे वाले दिन हल्द्वानी पहुंचा था और वह सितारगंज में किसी व्यक्ति के संपर्क में था। उस व्यक्ति ने हल्द्वानी में मृतक प्रकाश से मुलाक़ात की उसके बाद प्रकाश तीन लोंगो के साथ गौलापार गया, जहाँ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और प्रकाश की हत्या कर दी गयी। इस हत्याकांड में पुलिस का जवान, जवान की पत्नी, जवान का साला, साले के दोस्त शामिल हैं, अभी तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है जबकि पुलिस जवान की पत्नी फरार है। इस हत्या में अभियुक्त का0 बीरेन्द्र सिंह पुत्र स्व.रघुनाथ सिंह निवासी ग्राम आलावृद्धि पो०औ० नागवा नाथ थाना खटीमा जिला ऊधम सिंह नगर, सूरज बाईन पुत्र पवित्र बाईन निवासी शक्तिफार्म नं0-1, बैकुण्ठ नगर थाना सितारगंज जिला ऊधम सिंह नगर , प्रेम सिंह पुत्र स्व. रविशंकर सिंह निवासी ढौराडाम थाना किच्छा जिला ऊधम सिह नगर
,नईम खान उर्फ बबलू पुत्र स्व. नसीम खान निवासी इन्द्रानगर पश्चिमी वार्ड नं014 उजालानगर थाना बनभूलपुरा जनपद नैनीताल व प्रियंका पत्नी बीरेन्द्र नि० ग्राम आलावृद्धि पो०औ० नागवा नाथ थाना खटीमा जिला ऊधम सिंह नगर जो कि फरार है।
उपरोक्त अभियुक्त बीरेन्द्र व उसके साथियो को पूछताछ जुर्म इकबाल के आधार पर धारा 302 भादवि में गिरफ्तार करते हुए अभियुक्त बीरेन्द्र की निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल मय जिन्दा 4 कारतूस बरामदगी की गयी।