टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिये एक ग्राम पंचायत के युवाओं ने खूबसूरत पहाड़ियों के बीच एक प्राकृतिक वाटर फाल ढूंढ निकाला है। युवाओ को अब उम्मीद है कि यह वाटर फाल पर्यटन के नक्शे में अपनी जगह पक्की करेगा। इससे पूर्व एक गिडारा नामक बुग्याल जो कि प्राक्रतिक सुंदरता से लबरेज है वहां तक साहसिक पर्यटकों की पहुंच बनाने में भी ग्राम पंचायत के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। ग्राम पंचायत के युवाओं का अब संदेश है कि गिड़ारा बुग्याल के बाद अब जीलगाड़ा वाटर फाॅल भी पर्यटन को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा। गिडारा बुग्याल के साथ ही वाटरफाल का भी नजारा पर्यटक ले सकेंगे।
बता दे कि उत्तरकाशी के गंगोत्री हाईवे में भटवाड़ी कस्बे से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर भंगेली गाँव पड़ता है। इस गांव से जहां गिडारा बुग्याल पहुंचा जाता है तो वहीं गांव से 800 मीटर की दूरी पर गाँव के युवाओं ने प्राकृतिक वाटरफाल ढूंढ निकाला है। जिसका नाम जीलगाड़ा है। जिसके प्रचार-प्रसार में ग्राम पंचायत भंगेली के युवा जुड़ गए हैं। गिडारा बुग्याल पर्यटन उत्थान समिति भंगेली के अध्यक्ष संदीप राणा ने बताया कि भंगेली गांव के युवा अब गिडारा बुग्याल के प्रचार-प्रसार के साथ अब जीलगाड़ा वाटर फाॅल के प्रचार-प्रसार में भी जुट गये हैं। उन्होंने बताया कि युवाओं ने पहले इस वाटर फाॅल का स्थलीय निरीक्षण किया फिर पर्यटन विभाग से इसे विकसित करने की मांग की। पर्यटन विभाग की और से समिति से कुछ जानकारी मांगी गई है जिसे जल्द पर्यटन विभाग को उपलब्ध करा दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि भंगेली गांव से मात्र 800 मीटर की दूरी पर स्थित जीलगाड़ा वाटर फाॅल बहुत ही सुंदर वाटर फाॅल है जो लगभग 300 मीटर की ऊंचाई से गिर रहा है। यदि पर्यटक इस वाटर फाॅल में स्नान करेंगे तो यह वाटर फाॅल औषधि के रूप में भी कार्य करेगा साथ ही गांव में आने वाले पर्यटक इस वाटर फाॅल से रूबरू होकर काफी खुश होंगे।