उत्तराखंड की इस ग्राम पंचायत ने वाटरफाल का संचालन कर कमाया रेवन्यू, ग्राम प्रधान व वीपीडीओ सम्मानित

 

पिथौरागढ़ की मुनस्यारी तहसील अंतर्गत ऑन सोर्स रिवेन्यू के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर ग्राम पंचायत भूर्तिंग की ग्राम प्रधान राधिका देवी तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जगत सिंह कोरंगा को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया। पंचायती राज विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में दोनों को प्रशस्तिपत्र, प्रतीक चिन्ह तथा डिक्शनरी देकर सम्मान प्रदान किया गया।
पंचायती राज विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन विर्थी झरने का संचालन ग्राम पंचायत द्वारा किए जाने ओर ओआरएस पर उल्लेखनीय कार्य कर इस क्षेत्र में रेवेन्यू पैदा कर जिले की पहली पंचायत के रूप में अपनी जगह बना ली है। इस कार्य करने पर ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी का सम्मान कर उन्हें शाबाशी दी गई। ग्राम स्वराज अभियान के तहत आयोजित प्रशिक्षण में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिला ने ग्राम पंचायत भूर्तिंग को सम्मानित कर आत्मनिर्भर उत्तराखंड की धारणा को सम्मानित कर थीम आधारित ग्राम पंचायत विकास योजना बनाने को बल प्रदान किया।
ग्राम प्रधान राधिका देवी ने बताया कि दिसंबर 2021 में ग्राम सभा की बैठक में विर्थी फाॅल का संचालन का प्रस्ताव पास किया गया। आज झरने का अवलोकन करने पर ₹20 प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जाता है। इस शुल्क से झरने के आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ, हरा भरा तथा सुविधाजनक बनाया जा रहा है।इस आय से झरने के आसपास के क्षेत्र में रेलिंग लगाई गई है। आगे योजना है कि इस क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरा तथा अन्य संसाधनों से युक्त किया जाएगा।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जगत सिंह कोरंगा ने बताया कि इस आय से गांव के युवाओं को बारी-बारी प्रत्येक माह स्वरोजगार दिया जाता है। आय की राशि ग्राम सभा के खाते में जमा होती है। पंचायत एक्ट में उल्लिखित प्रावधानों के तहत शुल्क लिया जाता है। जिला पंचायत सदस्य श्री मर्तोलिया ने बताया कि ओएसआर के क्षेत्र में इस पंचायत ने पिथौरागढ़ जनपद में पहला अनुकरणीय प्रयास किया है। उत्तराखंड में इस तरह की पंचायतें गिनती में बहुत कम है। उन्होंने कहा कि इस पंचायत को भारत सरकार द्वारा पुरस्कार दिए जाने के लिए डीएम के माध्यम से प्रस्ताव भेजा जाएगा।
इस अवसर पर मगर की ग्राम प्रधान बिमला देवी, गिन्नी की प्रधान मीना देवी, समकोट के प्रधान राजेंद्र सिंह, डोर के कुवंर सिंह राणा, दाफा की प्रधान प्रेमा देवी, मास्टर ट्रेनर कला नग्नयाल, रेखा धामी, सोनिका बृजवाल आदि मौजूद रहे।
उधर इस नवाचार पर उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डीपीआरओ हरीश आर्य की भूमिका की सराहना करते हुए तय किया गया कि पिथौरागढ में उन्हे भी सम्मानित किया जाएगा।

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