उत्तरकाशी के रामलीला मैदान की दशा सुधारने में पैसा खर्च होने के बावजूद सालों गुजर गए हैं मगर मैदान की दशा जब देखो जस की तस नजर आती है। दो दिन पूर्व सूबे के मुख्यमंत्री आये तो मैदान को संवारा गया। दो साल पूर्व मैदान में घास लगी जो अब नजर नहीं आ रही। एक अनुमान के मुताबिक इस मैदान में पिछले 24 वर्षों में करोड़ो रूपये लगा लेकिन देखने मे लगता नहीं। यह मैदान खेल,राजनीतिक,सांस्कृतिक,
धार्मिक गतिविधियों के अलावा लोकल व चार धाम यात्रा पार्किंग की भी व्यवस्था करता है। नगर के आवारा पशुओं को भी शरण देता है। नगर का हार्ट माना जाने वाला यह मैदान हर भरपाई पूरी कर रहा है।
इस बीच इस मैदान के अस्तित्व और इसे बेहतर लुक देने के लिये दो दिन पूर्व स्थानीय विधायक सुरेश चौहान ने रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री के समक्ष बात रखी। विधायक ने गंगोत्री हाईवे से रामलीला मैदान की लोकेशन साफ व बेहतर नजर आने के लिये यहाँ मौजूद सब्जी मंडी को काली कमली धर्मशाला के पीछे खाली पड़ी जमीन में स्थापित किये जाने की मांग रखी। विधायक के मांग पत्र पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में मांग पत्र पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
दरअसल नगर के बीच झूला पुल के किनारे से काली कमली धर्मशाला के पीछे से होकर तामाखानी तक काफी स्थान खाली पड़ा है। इस खाली स्थान में यदि सब्जी मंडी स्थापित हो जाती है तो मौजूदा मंडी का स्थान खाली होने पर रामलीला मैदान की लोकेशन गंगोत्री हाईवे यानि बस अड्डे से ही नजर आ जायेगी।