देहरादून से उत्तरकाशी के बीच देहरादून से मसूरी व सुवाखोली तक 47 किलोमीटर की दूरी सबसे ज्यादा खलती है। खासकर जाम से। सुवाखोली से मसूरी की संकरी सड़क में पर्यटकों की भीड़ में उत्तरकाशी व टिहरी से जाने वाले लोग खासे परेशान हो जाते हैं। इस बीच उक्त मार्ग के जाम से मुक्ति दिलाने के लिये देहरादून से सुवाखोली तक रायपुर-सरुणा मार्ग को खोले जाने की मांग उठने लगी है। यह मार्ग खुलता है तो सीधे 30 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। यानि डेढ़ घंटे का सफर जहाँ कम होगा वहीं किराया भी कम हो जाएगा। इस मार्ग को खोले जाने के साथ ही रायपुर से नगुण तक के मार्ग को आल वेदर में शामिल करने को लेकर विधायक धनोल्टी प्रीतम पंवार का पत्र केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पास पहुंचा है। जिन्होंने संबंधित अपने अधीनस्थ अधिकारी को उक्त सड़क के मामले को देखने को पत्र भेजा है। टिहरी गढ़वाल के सेवानिवृत वरिष्ठ नागरिकों व पी.एस.पंवार निवासी शांति विहार, अजबपुर खुर्द देहरादून के हस्ताक्षर युक्त पत्र जिसमे रायपुर-सुवाखोली-नगुण मार्ग को आल वेदर में शामिल करने की मांग की गई है को लेकर विधायक धनोल्टी द्वारा मुख्यमंत्री को भी पत्र देकर जनहित में पूर्व निर्मित रायपुर,लालपुल देहरादून वाया सुवाखोली, नगुण मोटर मार्ग को आलवेदर प्रोजेक्ट में सम्मिलित किये जाने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे जाने की अनुकम्पा की है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस मार्ग से भारतीय सेना का सीमा में पहुंचना और सुगम होगा साथ ही उत्तरकाशी जनपद एवं टिहरी जनपद के थौलधार विकास खंड की जनता के लिये राजधानी देहरादून आवागमन आसान होगा।