नशामुक्त भारत अभियान की पाँचवीं वर्षगांठ के अवसर पर उत्तरकाशी मे व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष जिला पंचायत रमेश चौहान,क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान एवं डीएम प्रशान्त आर्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान विधायक ने उपस्थित लोगों को नशीले पदार्थों के उपयोग के विरुद्ध शपथ दिलाई। कार्यक्रम के दौरान गुरुनानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर में आयोजित नशामुक्त भारत अभियान के राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक एवं डीएम ने नशे के खिलाफ हस्ताक्षर किए और नशा-मुक्त भारत अभियान का संदेश दिया। नशा मुक्ति विषय पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न छात्र-छात्राओं ने भाषण,नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से नशा उन्मूलन का संदेश दिया। नशा मुक्त अभियान से जुड़े विशेषज्ञ चिकित्सकों ने नशे से मुक्ति पर विशेष सत्र आयोजित किए। एंटी-ड्रग्स एवं एंटी-टोबैको कमेटी के सदस्यों ने सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। स्वास्थ्य विभाग से ज्ञानेंद्र पंवार ने तम्बाकू सेवन के बढ़ते खतरों पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 11 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में इसके उपयोग के चिंताजनक आंकड़े सामने आ रहे हैं। स्वाति नोटियाल ने युवाओं में नशे के बढ़ते प्रचलन पर अपनी बेबाक राय रखते हुए बताया कि 13 से 19 वर्ष के किशोर अपने परिवेश व मित्र मंडली के कारण भटकाव का सामना कर रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों को बच्चों के प्रति संवादात्मक और सहायक व्यवहार अपनाने की सलाह दी। समृद्धि कुड़ियाल ने भी नशा मुक्त भारत अभियान पर अपने विचार साझा किए।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने युवाओं में समय के मूल्य को समझाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहकर जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती है। उन्होंने अपने अनुभवों का उल्लेख करते हुए नशे के दुष्प्रभावों से सावधान किया और मिशन मोड में कार्य करने की अपील की। गंगोत्री विधायक ने कहा कि पिछले वर्षों में प्रशासन के सहयोग से नशे की गिरफ्त में आए चार सौ से अधिक युवाओं की पहचान कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया गया। उन्होंने युवाओं से लक्ष्य निर्धारित कर जीवन में आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि नशा मुक्त युवा एक सशक्त जिला, राज्य और समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस अवसर पर डीएम ने कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जय भारत सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे।
