डीएम उत्तरकाशी प्रशांत आर्य ने यमुनोत्री क्षेत्र के स्यानाचट्टी में पहुंचकर आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों की जानकारी ली।डीएम को ग्रामीणों ने बताया कि स्यानाचट्टी के पास कुंसाला,कुपड़ा और त्रिखली गांवों को जोड़ने वाले मोटर पुल की एप्रोच सड़क का पुनर्निर्माण,ग्रामीण पैदल मार्गों का दुरुस्तीकरण, स्यानाचट्टी में बाढ़ सुरक्षा कार्य, स्यानाचट्टी में गदेरे से आए मलबे के कारण नदी के बहाव को सुचारू किया जाय। जिस पर डीएम ने आश्वस्त किया कि सड़क मार्गों को शीघ्र बहाल करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। डीएम ने कहा कि स्यानाचट्टी में मलवे के कारण रुके हुए पानी की निकासी के लिए सिंचाई विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में चारधाम यात्रा बाधित नहीं है। यमुनोत्री धाम से लौटने वाले श्रद्धालु ओजरी तक ट्रांशिपमेंट के माध्यम से आ रहे हैं इसके बाद लगभग 400 मीटर पैदल मार्ग से सिलाई बैंड तक पहुंच रहे हैं। सिलाई बैंड से आगे यात्रियों को फिर ट्रांसशिपमेंट व्यवस्था के माध्यम से उनके गंतव्य तक भेजा जा रहा है।
डीएम ने कहा कि सिलाई बैंड के पास सड़क मार्ग को सुचारू करने का कार्य अंतिम दौर में है और फिनिशिंग का कार्य चल रहा है इसके बाद वाहन ओजरी के एक छोर तक आ सकेंगे।इसके अलावा ओजरी से आगे का सड़क मार्ग जब तक पूरी तरह से सुचारू नहीं हो जाता तब तक ओजरी से यात्रियों को ट्रांसशिपमेंट के माध्यम से ही आगे भेजा जाएगा। गौरतलब है की मंगलवार को डीएम ने सिलाई बैंड से स्यानचट्टी तक पैदल पहुंचकर आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, एसडीएम बृजेश तिवारी,अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी हरीश पांगती,डीएफओ रवींद्र पुंडीर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।