देहरादून के राजपुर रोड निकट साई मन्दिर के पास मर्सिडीज कार द्वारा 4 व्यक्तियो को रौदने और उनकी मौके पर मौत हो जाने का मुख्य अपराधी कार चालक गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त वंश कन्याल पुत्र नरेश कन्याल,बुद्ध बाजार,दुर्गा मंदिर वाली गली मुरादाबाद उम्र 22 वर्ष है।
गौरतलब है कि उक्त घटना के सम्बन्ध में मृतक मंशाराम के चाचा संजय कुमार द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर धारा: 105, 125, 281, 324 (4) भा0न्या0सं0 के अन्तर्गत विवेचना की जा रही थी। घटना के अनावरण हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा अलग-अलग टीमें गठित की गई। घटना की प्रारम्भिक जांच में प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा घटना में मर्सिडीज या उससे मिलते जुलते वाहन के संलिप्त होने की जानाकरी दी गई। जिस पर गठित टीमों द्वारा लगातार सीसीटीवी फुटेज तथा एएनपीआर कैमरों की सहायता से घटना में शामिल मर्सिडीज जैसे वाहन की तलाश की गई तो घटना के समय घटना स्थल के पास से ऐसे कुल 11 वाहनों के गुजरने की जानकारी प्राप्त हुई, जिनमें से एक वाहन संख्या: सीएच-01-सीएन-0665 रंग सिल्वर ग्रे के एक साइड से क्षतिग्रस्त होने की पुलिस टीम को फुटेज प्राप्त हुई। जिस पर संदिग्धता के आधार पर पुलिस टीम द्वारा उक्त वाहन के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गई तो उक्त वाहन हरबीर आटोमोबाइल्स एजेंसी, जिनके चण्डीगढ में महिन्द्रा के शोरूम हैं, उनके द्वारा रजिस्टर्ड कराया जाना पाया गया। जिस पर तत्काल रात्रि में ही एक टीम को चण्डीगढ रवाना किया गया। जहां टीम द्वारा वाहन की जानकारी की गई तो हरबीर आटोमोबाइल्स द्वारा फरवरी 2023 में उक्त वाहन को खरीदे जाने की जानकारी प्राप्त हुई।
हरवीर आटोमोबाइल्स द्वारा जून 2023 में उक्त वाहन को दिल्ली के डीलर विन्नी आटोहब को बेचा गया। उक्त जानकारी के आधार पर तत्काल एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया, जहां जानकारी करने पर उक्त वाहन को विन्नी आटोहब द्वारा अपने एक अन्य एंजेसी दिल्ली कार मॉल को ट्रांसफर करना ज्ञात हुआ। उक्त कार माल ऐजेंसी से जुलाई 2024 में लखनऊ निवासी जतिन प्रसाद वर्मा जिसका जाखन में आवास तथा व्यवसायिक कार्यालय है, के द्वारा खरीदे जाने की जानकारी प्राप्त हुई, जिसके अक्सर अपने व्यवसाय के सम्बन्ध में देहरादून आने जाने की जानकारी प्राप्त हुई। मर्सिडीज वाहन की तलाश के दौरान देहरादून में मोहब्बेवाला स्थित बर्कले मोटर्स प्रा0लिमि0 मर्सिडीज बेन्ज से जानकारी के दौरान भी उक्त नम्बर की मर्सिडीज गाडी के 29 फरवरी-24 को उक्त ऐजेन्सी में सर्विस सेन्टर में सर्विसिंग हेतु आने तथा उक्त वाहन का जतिन प्रसाद वर्मा के नाम पर होने की पुष्टि हुई।
इस बीच घटना के बाद पुलिस द्वारा लगातार चलाये जा रहे चैकिंग व सर्च अभियान के दौरान पुलिस टीम द्वारा वाहन को सहस्त्रधारा स्थित एक खाली प्लाट के पास से बरामद किया गया था। वाहन के सम्बन्ध में आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर पास के ही एक फ्लैट में रहने वाले मोहित मलिक नाम के व्यक्ति द्वारा बताया गया कि उक्त वाहन को उनके परिचित वंश कत्याल द्वारा रात्रि में वहां खडा किया गया है। रात्रि में वाहन को खडा करने के बाद वंश द्वारा उससे फोन पर सम्पर्क कर बताया गया था कि उसके वाहन में कुछ तकनीकी खराबी आ गयी है तथा उसके द्वारा अपने भांजे को जाखन छोडने के लिये उनसे उनकी स्कूटी मांगी थी और स्कूटी की चाभी उनके घर से ली थी, रात्रि में अपने भांजे को छोडने के बाद वंश कत्याल उनकी स्कूटी उन्हें वापस देकर चला गया था। वाहन स्वामी जतिन प्रसाद वर्मा उपरोक्त से पूछताछ में भी उनके द्वारा उक्त वाहन को 12 मार्च को उसके साले वंश द्वारा ले जाने की जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा वंश के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए आरोपी वंश को आईएसबीटी के पास से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त से पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि वह मूल रूप से मुरादाबाद का रहने वाला है तथा बीबीए करने के बाद दिल्ली में जॉब करता था। दिल्ली से जॉब छूटने के बाद वह काम की तलाश में देहरादून आया था तथा वर्तमान में वाडिया इन्स्टीट्यूट के अपोजिट मोहित विहार में पीजी पर रह रहा था। 12 मार्च को वह अपने भांजे के साथ अपने जीजा की मर्सिडीज कार संख्या: सीएच-01-सीएन-0665 को लेकर राजपुर की ओर घूमने गया था। वापसी में जाखन की ओर वापस आते समय अचानक 2 स्कूटियों के कार के सामने आने पर अभियुक्त की कार उनमें से एक स्कूटी के पिछले हिस्से से टकरा गई तथा अनियंत्रित होकर सडक किनारे जा रहे 4 व्यक्तियों से जा टकराई। घटना के बाद उसके द्वारा उक्त कार को सहस्त्रधारा में एक खाली प्लाट पर खडा कर दिया तथा अपने एक परिचित मोहित से अपने भांजे को छोडने के लिये उसकी स्कूटी मांगी गई। भांजे को जाखन में छोडकर उसके द्वारा मोहित की स्कूटी उसे वापस कर दी।