डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नियमित क्षेत्र भ्रमण कर अस्पतालों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा है कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ करने पर विशेष ध्यान दिया जाय। डीएम ने सितंबर माह के पहले सप्ताह तक जिला अस्पताल में चार अतिरिक्त डायलिसिस यूनिटस का संचालन सुनिश्चित करने के साथ ही एक्स-रे मशीनों की उपलब्धता वाले सभी अस्पतालों में टेक्नीशियन के रिक्त पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से तैनाती करने की भी हिदायत दी है। डीएम ने कहा कि सभी अस्पतालों में आवश्यक स्टाफ के साथ ही दवाओं व उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। डीएम ने कहा कि हर हाल में अगले महीने की सात तारीख तक चारों यूनिट्स की स्थापना का काम पूरा कर इनके जरिए जरूरतमंद रोगियों को डायलिसिस की सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था की जाय। इसके बाद भी अस्पताल को अतिरिक्त डायलिसिस यूनिट्स की जरूरत पड़ेगी तो उसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था कराई जाएगी। लेकिन विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि स्थानीय मरीजो को डायलिसिस के लिए बाहर न जाना पड़े। डीएम ने कहा कि अस्पतालों में एक्सरे टेक्नीशियन सहित पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों पर विभाग के माध्यम से भर्ती की व्यवस्था होने तक आउटसोर्स के माध्यम से कार्मिकों की तैनाती की जाय, इसके लिए जिला योजना व अन्य मदों से आवश्यक धनराशि की व्यवस्था की जाएगी।
डीएम ने पन्द्रहवें वित्त आयोग के तहत स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रस्तावित योजनाओं एवं स्वीकृत कार्यों की भी समीक्षा की गई। स्वास्थ्य समीक्षा बैठक में पन्द्रहवे वित्त आयोग के तहत वर्ष 2024-25 एवं वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तावित कार्यों का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बी.एस. रावत, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पी.एस. पोखरियाल, ब्लॉक प्रमुख विनीता रावत,शैलेन्द्र कोहली, बचन सिंह पंवार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।