पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी की सख्ती के चलते अवैध नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसता जा रहा है साथ ही पुलिस व एसओजी की टीम को लगातार सक्रिय रहकर नशे के अवैध कारोबार पर कार्यवाही करने के कड़े निर्देश जारी किये हुये हैं। इस बीच सीओ ऑपरेशन प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण में मोरी में पुलिस ने अवैध नशे के खिलाफ बडी कार्रवाई की है। थानाध्यक्ष मोरी मोहन कठैत के नेतृत्व में मोरी पुलिस द्वारा सटीक जानकारी जुटाते हुये बीते रोज त्यूनी, मोताड़ को जाने वाले मार्ग के पास से अंतर्राजीय गैंग के 2 चरस तस्करों देवेन्द्र सिंह व ईश्वर सिंह को अल्टो कार नं0 HP-10B-3268 से 6 किलो 182 ग्रामअवैध चरस का परिवहन करते हुये गिरफ्तार किया गया। बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर अभियुक्तों के विरूद्ध थाना मोरी पर NDPS Act 8/20/60 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वह दीपावली के त्योहार में पुलिस की व्यस्तता का फायदा उठाकर चरस को मोरी क्षेत्र के गांवो से इकट्ठा कर रोहतक हरियाणा में अच्छे मुनाफे मे बेचने के लिये जा रहे थे। अभियुक्त देवेन्द्र पूर्व में भी थाना चिड़गाव, शिमला से एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है। अभियुक्तों के और अधिक आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। उक्त अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि मुख्यमंत्री के ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025 के अन्तर्गत 6 किलो 182 ग्राम चरस की बरामदगी, बहुत बडी मात्रा में चरस की बरामदगी हुयी है। पकड़े गये अन्तर्राजीय गैंग के तस्कर एक सोची समझी योजना बनाकर तस्करी करते हैं, तस्करों की अन्य राज्यों में भी संलिप्तता सामने आ रही है, जिसकी छानवीन की जा रही। एसपी ने चरस की रिकवरी करने वाली टीम की सराहना करते हुये उनके द्वारा टीम को 5000 रु0/ के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त देवेन्द्र सिंह पुत्र बलवन्त सिंह नि0 ग्राम पाकसमाजी थाना सांपला जिला रोहतक हरियाणा उम्र 38 वर्ष, ईश्वर सिंह पुत्र राम लाल नि0 ग्राम चमारू थाना जुबब्ल जिला शिमला हि0प्र0 उम्र 47 वर्ष है।बरामद की गई अवैध चरस की कीमत करीब 12 लाख रु0 आँकी जा रही है।
उक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में
उ0नि0 मोहन कठैत, थानाध्यक्ष मोरी,का0अरविन्द सिंह,अनिल तोमर, नितेश बिज्लवाण, थाना मोरी शामिल रहे।