चारधाम होटल एसोसिएशन के तत्वावधान मे होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी द्वारा डीएम उत्तरकाशी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में अध्यक्ष अजय पुरी द्वारा यमुनोत्री मे धारा 144 लगाने को शर्मनाक बताया गया साथ ही चारधाम यात्रा मे 17-18 दिन बाद ही अप्रत्याशित गिरावट की बात भी कही गई है जिससे सभी धामों मे सन्नाटे वाली स्थिति हो गई है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि पंजीकरण न होने से यात्रियों को हरिद्वार-ऋषिकेश से वापस भेजा जा रहा है जिस कारण होटेलों की बुकिंग भी निरस्त हो रही है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया की बिना तैयारी के शासन द्वारा आनन फानन मे यात्रा से 22 दिन पहले पंजीकरण खोला गया, जब की चारधाम की बुकिंग नवंबर दिसम्बर से शुरू हो जाती है। यात्रियों को यात्रा मार्गों से न भेज कर लंबे मार्गों से भेज कर यात्रियों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है जिससे यात्रा मार्गों पर स्थानीय लोगों द्वारा खोले गए छोटे छोटे होटल ढाबे वालों का रोजगार चौपट हो गया है। एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि 30 मई तक हरिद्वार ऋषिकेश मे ऑफ लाइन पंजीकरण को खोल दिया जाए एवं जो यात्री हरिद्वार ऋषिकेश तक आ रहा है उसका पंजीकरण कर यात्रा पर भेजा जाए. वहीँ होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूडा द्वारा बताया गया की स्थानीय स्तर पर हम प्रशासन की हर सम्भव मदद को तैयार है लेकिन यात्रियों को जगह जगह न रोका जाए मसलन जब यात्रियों की पूरी जांच एक बार हरिद्वार मे हो रही है फिर जगह जगह रोकने का कोई औचित्य नहीं साथ ही जिन यात्रियों की होटल बुकिंग है उन्हें रात्रि मे होटल तक जाने दिया जाए. सभी ने उम्मीद जताई कि उनकी बातों पर शासन-प्रशासन 30 मई तक कोई सकारात्मक निर्णय लेगा अन्यथा 31 मई को गंगा घाटी के होटल ढाबे और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहेंगे एवं चक्का जाम किया जाएगा। इस बात का समर्थन टैक्सी यूनियन,बस यूनियन, व्यापार मंडल ने भी किया है।
ज्ञापन देने वालों मे चारधाम होटल एसोसिएशन अध्यक्ष अजय पुरी, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड, सचिव सुभाष सिंह कुमाईं समेत अन्य शामिल थे।