उत्तरकाशी से लापता हुए लोक निर्माण विभाग (एनएच) का जेई अमित चौहान ऋषिकेश बस अड्डे के पास मिल गया है। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इंजीनियर लाखों की देनदारी के भय से डुंडा से गाड़ी में ऋषिकेश पहुंच गया था। अब पुलिस आरोपी को उत्तरकाशी ला रही है।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोनिवि का इंजीनियर (एएई)अमित चौहान 12 मई को देहरादून से नानक विहार देहराखास स्थित घर से उत्तरकाशी निवासी ठेकेदार राजदीप परमार के साथ गया था। इस दौरान ठेकेदार राजदीप और इंजीनियर अमित चौहान डुंडा, उत्तरकाशी पहुंच गए थे। जहां ठेकेदार ने इंजीनियर को डुंडा स्थित अपने होटल में रखा। रात को इंजीनियर होटल में ही रहा। इसकी पुष्टि होटल में 12 मई को एंट्री से लेकर अगली सुबह इंजीनियर के मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले सीसीटीवी फुटेज को देखकर भी हुई। लेकिन सुबह 7 बजे सड़क और पेट्रोल पंप के पास मॉर्निंग वॉक के बाद वह लापता हो गया था। पिछले 6 दिन से इंजीनियर को पुलिस, परिजन और ठेकेदार के परिजन तलाश रहे थे। इस सम्बंध में परिजनों ने कोतवाली उत्तरकाशी में एक गुमशुदगी भी दर्ज कराई है। उत्तरकाशी के थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी की लोकेशन करीब 1 बजे ऋषिकेश में मिली। पुलिस ने करीब 1:30 बजे के आसपास टिहरी बस अड्डे के पास आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार इंजीनियर निर्माण खंड चिन्यालीसौड़ में कई सालों तक तैनात रहा है। करीब एक साल पहले इंजीनियर अमित चौहान का राष्ट्रीय राजमार्ग खंड देहरादून में ट्रांसफर हुआ है। इस इंजीनियर के अधीन में 2021-22 में करोड़ों के सड़क पेंटिंग और अन्य कार्य हुए हैं। इन कार्यों का रनिंग भुगतान तो हो गया था, किंतु एक्चुअल मेजरमेंट की (एमवी) होना बाकी था। चर्चा यह भी है कि इंजीनियर ने करोड़ों के कामों की एमवी और अन्य दस्तावेज तक विभाग में जमा नहीं कराए हैं। इस सम्बंध में विभाग ने आरोपी को डीओ( डेपरमेंटल आर्डर) भी जारी किया गया था। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड ने भी इंजीनियर का लिखित स्पष्टीकरण मांगा था। इसके अलावा स्टोर का चार्ज होने से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जमा न होने की बात सामने आई है। इसी तरह कई ठेकेदारों का अंतिम भुगतान, एफडी भी इंजीनियर की लापरवाही से जारी नहीं हुई। इसे लेकर कुछ ठेकेदारों ने इंजीनियर को लीगल नोटिस भी जारी किया गया है। समझा जा रहा है कि इन्हीं कारणों से इंजीनियर ने लापता होने की कहानी बनाई होगी। बहरहाल पुलिस पूछताछ में कई तथ्य आ सकते हैं।