बड़कोट के पूर्व पालिकाध्यक्ष अतोल रावत ने वर्तमान पालिकाध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल करते हुए करप्शन के आरोप भी लगाए हैं। जिला मुख्यालय के जीएमवीएन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार से साफ खुलासा हुआ है कि पानी के टैंक,ई-रिक्शा व तिरंगा लाइट की खरीद जो कि मेरठ व बागेश्वर के व्यापारी से हुई है उसमें तय रेट से कहीं अधिक कीमत में सौदा हुआ है। उन्होंने कहा कि पानी का टैंक 15 लाख का भुगतान 21 लाख,ई रिक्शा 1 लाख 20 हजार भुगतान 4 लाख 35 हजार,तिरंगा लाइट आर्डर में 259 मंगाई 200 ये सबसे बड़ा खेल हुआ है।
पूर्व पालिकाध्यक्ष ने कहा कि बड़कोट बाजार में उनके कार्यालय को जिस प्रकार से अवैध बताने की बात और उन पर 3 लाख 14 हजार की बकाया राशि होनी बताई जा रही है वह सब गलत है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यालय की जगह उनके पास 1994 से है जिसे बकायदा तत्कालीन नगर पंचायत द्वारा 300 रुपये माह के किराये में उन्हें आवंटित की गई है।
श्री रावत ने कहा कि वर्तमान पालिकाध्यक्ष व विधायक यमुनोत्री मेरे व पार्टी कार्यकर्ताओं के ऊपर ये आरोप न लगाएं की ये लोग काम नहीं करने दे रहे हैं मगर हमारा ये कहना है कि काम कैसे होगा, क्या होगा ये जानें। पूर्व पालिकाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होने के साथ विकास ने रफ्तार पकड़ी है तो वहीं करप्शन किसी भी हद तक बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के नाते जनहित के कार्यों में किसी भी गड़बड़ी को सामने लाने में वे पीछे नहीं हटेंगे।