नैनीताल जिले के भीमताल में नरभक्षी प्रभावित क्षेत्र में एक बाघ पिंजरे में कैद हुआ है। पिंजरे में कैद बाघ नरभक्षी है या सामान्य यह मेडिकल जांच के बाद पता चलेगा। इस बीच वन विभाग के अधिकारी मौक़े के लिए रवाना हो गए हैं। गौरतलब है कि भीमताल क्षेत्र मे दो महिलाओं और एक बालिका को मौत के घाट उतारंने के बाद लोग गुलदार की दहशत मे हैं। वन विभाग गुलदार को नरभक्षी घोषित कर चुका है, लेकिन हाई कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेकर आदेश पर रोक लगा दी थी। न्यायालय में नरभक्षी को गुलदार या बाघ चिन्हित कर पाने में असफल होने पर न्यायालय ने पहले उसे चिन्हित कर कब्जे में लेने को कहा था।
उधर वन विभाग ने हिंसक वन्यजीव को पकड़ने के लिए 14 पिंजरे और 36 कैमरा ट्रैप लगाए है। इसके अलावा कई गश्ती दल और ड्रोन कैमरे से हिंसक वन्यजीव की लोकेशन को तलाशा गया। इस बीच आज सुबह बड़ोंन रेंज के ददुली गांव में एक गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि ग्राम सभा ददुली में पकड़े गए गुलदार के सैम्पल लेकर जांच की जाएगी, कि यह वही हमलावर नरभक्षी है या नहीं।