अपर सचिव (सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) एवं एम.डी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद ने बताया कि ऑगर मशीन से 45 मीटर के बाद ड्रिलिंग शुरू करते हुए कुल 1.8 तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई थी। इधर 46.8 से आगे की ड्रिलिंग के बाद धातु के टुकड़े मशीन में फसने से ड्रिलिंग रोक दी गई थी। तत्पश्चात श्रमिकों द्वारा पाइप के मुहाने पर फंसे धातु के टुकड़ों को पाइप के अंदर रेंगकर काट दिया गया है। गत दिवस पुनः ऑगर मशीन स्थापित कर ड्रिलिंग शुरु करते हुए 1.2 मीटर अतिरिक्त ड्रिलिंग की गई थी। इस प्रकार कुल 48 मीटर तक ड्रिलिंग की थी। उन्होंने बताया कि पाइप के आख़िरी सिरे पर फंसे धातु के टुकड़ों से पाइप क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसके बाद क्षतिग्रस्त 1.2 मीटर पाइप को काटकर बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 46.8 मीटर पाइप को पुश किया गया है। आगे की ड्रिलिंग पूरी सावधानी के साथ शुरू की जायेगी।
इस दौरान सचिव, उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी भी मौजूद थे।