उत्तराखंड में सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल मंदिर के कपाट शनिवार को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गये। इस अवसर सैकड़ों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका। हेम कुंड साहिब के कपाट शनिवार को विधि विधान से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस यात्रा में आने वाले सभी यात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और ये सभी के लिए अनिवार्य होगा। हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए सुरक्षा के दृष्टिगत प्रतिदिन 3,500 श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड भेजने की सीमा निर्धारित की गयी है। जनपद चमोली पुलिस की ओर से श्री हेमकुंड साहिब आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं और हेमकुंड साहिब मार्ग के मुख्य पड़ावों पर एसडीआरएफ तैनात की गई है। शुक्रवार को गोविंदघाट गुरुद्वारे से पंज प्यारों की अगुवाई और सिख रेजिमेंट की बैंड की धुनों के साथ करीब 2000 श्रद्धालु यात्रा के प्रमुख पड़ाव घांघरिया के लिए रवाना हुए थे। गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह और बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने जत्थे को रवाना किया था, जो अपरार् तीन बजे घांघरिया पहुंचा था। इसके बाद 25 मई को सुबह साढ़े नौ बजे हेमकुंड साहिब के कपाट विधि-विधान से खोल दिए गए।