भैयादूज के पावन पर्व के अवसर पर अपराह्न 12 बजकर 5 मिनट पर मां यमुना जी के उद्गम स्थल स्थित उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध धाम यमुनोत्री के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए। पुलिस सुरक्षा के साथ यमुनोत्री से पतित पावनी मां यमुना की डोली ढोल-दमाऊ के साथ शनिदेव महाराज की अगुवाई में खरसाली(खुशीमट्ठ) गांव के लिए रवाना हुई। शीतकाल में श्रद्धालु मां यमुना जी के दर्शन व पूजा-अर्चना शीतकालीन प्रवास खरसाली स्थित यमुना मंदिर में कर सकेगें।
बता दें कि इस वर्ष 7 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम पर सुरक्षित दर्शन किये। चारधाम यात्रा-2024 के दौरान करीब 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के दर्शन किये गये।