पॉक्सो एक्ट में नामजद दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। मुकेश बोरा को पुलिस ने यूपी के रामपुर से गिरफ्तार किया है। दुष्कर्म व पॉक्सो के आरोपी दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा को पुलिस ने उत्तरप्रदेश के रामपुर के चक्कू चौक से गिरफ्तार किया है। एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि आरोपी बोरा सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में था। रामपुर में वह अपने अधिवक्ता से मिलने पहुंचा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मुकेश बोरा पर एक महिला ने दुग्ध संघ में स्थाई नौकरी दिलाने का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था । महिला ने बोरा पर अपनी नाबालिग पुत्री के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया था। पुलिस ने महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद आरोपी बोरा को दुग्ध संघ अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया। बोरा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईर्ट की शरण ली थी।18 सितंबर को हाई कोर्ट ने मुकेश बोरा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया था। इससे पहले हाई कोर्ट ने सशर्त उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी और अल्मोड़ा कोतवाली में नियमित उपस्थिति दर्ज कराने को कहा था। बोरा ने शुरुआत के पांच दिन हाई कोर्ट के निर्देश का पालन किया। लेकिन 17 सितम्बर से उसने अल्मोड़ा कोतवाली में उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। 18 सितंबर से वह फरार हो गया। जिसके बाद नैनीताल पुलिस उसकी तलाश में संभावित ठिकानो पर दबिश देने लगी। हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत खरिज होने के बाद मुकेश बोरा की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगागयी गयी थी। दो एसपी, दो सीओ, एक इंस्पेक्टर, दो चौकी इंचार्ज व एसओजी इंचार्ज बोरा की तलाश में कई राज्यों की खाक छान रहे थे। पुलिस ने बोरा के हमदर्दों का पता लगाने के लिए भी खुफिया तंत्र को भी लगा रखा था। इस बीच पुलिस टीमों ने बोरा का सुराग लगाने के लिए कई लोगों से पूछताछ की। सर्विलांस टीम लगातार एक्टिव मोड पर थी। पुलिस से बचने के लिए बोरा मोबाइल का प्रयोग भी नहीं कर रहा था, जिसके चलते उसकी तलाश में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। सूत्रों के मुताबिक कई दिनों तक पुलिस के साथ आख मिचौली के बाद आखिरकार बोरा को पुलिस ने रामपुर यूपी से गिरफ्तार कर लिया।